सेवा का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
विश्व हिंदू राष्ट्र सेना, उत्तराखंड द्वारा हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान सेवा का यह आयोजन संगठन के मूल उद्देश्यों को प्रतिबिंबित करता है — “राष्ट्र और सनातन धर्म की सेवा।”
कांवड़ यात्रा में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालु गर्मी और भीड़ के कारण थकावट से ग्रसित रहते हैं। साथ ही प्रशासनिक कर्मचारी भी ड्यूटी पर दिन-रात सेवा में लगे रहते हैं। ऐसे में शीतल जल और ऊर्जा पेय का वितरण उनके लिए राहत और श्रद्धा का प्रतीक है।
आयोजन की योजना और संचालन
इस सेवा कार्यक्रम की संकल्पना श्री विक्रांत शर्मा जी ने रखी थी, जो एक प्रेरणादायी समाजसेवी हैं।
कार्यक्रम का संचालन सटीक और संगठित था। 40 दोपहिया वाहनों द्वारा 100 कार्यकर्ताओं ने विभाजन कर हरिद्वार के प्रमुख क्षेत्रों को कवर किया।
इस प्रयास को सफल बनाने में श्री सौरभ शर्मा ‘सनातनी’ जी ने संपूर्ण सामग्री की समुचित व्यवस्था की और वितरण रणनीति बनाई।

नेतृत्व, संगठन और कार्यकर्ता
प्रदेश अध्यक्ष श्री मोनू ‘सनातनी’ जी के नेतृत्व में यह सेवा भाव संभव हो पाया।
कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कार्यकर्ताओं को उत्साहित किया और संगठन की आगामी कार्यकारिणी बैठक की सूचना दी।
संगठन के वरिष्ठ सदस्य – गौरव शर्मा, विकास चौहान, वीरेंद्र सनातनी और अन्य कार्यकर्ताओं ने पूर्ण मनोयोग से भाग लिया।
यह अभियान व्यक्तिगत नहीं, सामूहिक शक्ति और सेवा भावना का प्रतीक रहा।
सेवा क्षेत्र और जनसंपर्क प्रभाव
प्रमुख सेवा क्षेत्र जैसे —
दिल्ली मार्ग, कनखल, सिंहद्वार, प्रेमनगर चौक,
गुरुकुल, बहादराबाद, आदि क्षेत्रों में श्रद्धालुओं और कर्मियों को सेवा मिली।
इस आयोजन ने ना केवल सेवा का भाव बढ़ाया, बल्कि संगठन की सुदृढ़ता और सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
जनमानस से मिले उत्साहवर्धन और आशीर्वाद ने यह सुनिश्चित किया कि आने वाले वर्षों में यह सेवा और अधिक व्यापक स्तर पर होगी।












